Pradhan Mantri Ujjwala Yojana 2.0: भारत एक विकासशील देश है जहां आज भी लाखों परिवार गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करते हैं। ऐसे में, उनके लिए भोजन पकाने हेतु स्वच्छ ईंधन जैसे एलपीजी गैस का उपयोग करना एक दूर का सपना लगता है। गरीब परिवारों की महिलाएं प्रायः लकड़ी, कोयला, उपले आदि जैसे पारंपरिक ईंधनों का प्रयोग करती हैं जो उनके स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक होते हैं। इससे उत्पन्न होने वाला धुआं और प्रदूषण महिलाओं व बच्चों में श्वसन रोग, आंखों की बीमारियाँ जैसी कई गंभीर समस्याएं पैदा करता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के मुताबिक भारत में प्रतिवर्ष लगभग 5 लाख मौतें घरेलू वायु प्रदूषण के कारण होती हैं।
इस समस्या को देखते हुए भारत सरकार ने महिलाओं को स्वच्छ एवं सुरक्षित ईंधन उपलब्ध कराने के लिए 1 मई 2016 को “प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana)” का शुभारंभ किया। यह योजना देश की जरूरतमंद एवं वंचित महिलाओं को नि:शुल्क एलपीजी गैस कनेक्शन देकर उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने हेतु एक क्रांतिकारी पहल है।
Pradhan Mantri Ujjwala Yojana के प्रमुख उद्देश्य
- गरीब व कमजोर वर्ग की महिलाओं तक एलपीजी कनेक्शन पहुंचाना
- उन महिलाओं को धुएं व प्रदूषण से मुक्त स्वच्छ रसोई की सुविधा देना
- ईंधन इकट्ठा करने व खाना पकाने में लगने वाले समय को कम करना
- महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी जोखिमों से बचाना
- महिलाओं के जीवन स्तर व सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाना
इस योजना के तहत एलपीजी गैस कनेक्शन पाने के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?
- आवेदक भारत की नागरिक हो और उसकी आयु 18 वर्ष या अधिक हो
- आवेदक को गरीब परिवार की महिला होना चाहिए
- परिवार के पास पहले से कोई एलपीजी कनेक्शन न हो
- आवेदक अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अंत्योदय अन्न योजना (AAY), प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY), सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना (SECC) की सूची में शामिल अथवा चाय बागान, वनवासी, पिछड़ा वर्ग इत्यादि किसी भी गरीब श्रेणी से संबंधित हो।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गरीब परिवारों की पात्र महिलाओं को निम्न लाभ प्रदान किए जाते हैं
- नि:शुल्क एलपीजी गैस कनेक्शन व पहली रिफिल सिलेंडर
- नि:शुल्क स्टोव/चूल्हा और रेग्युलेटर
- आसान EMI पर सिलेंडर खरीदने का विकल्प
- गैस रिफिलिंग पर अतिरिक्त सब्सिडी का लाभ
- इनडोर प्रदूषण व धुएं से होने वाले स्वास्थ्य खतरों में कमी
इस प्रकार यह योजना महिलाओं को स्वच्छ व सुरक्षित तरीके से भोजन पकाने का प्लेटफॉर्म देकर, उनके जीवन स्तर और सामाजिक-आर्थिक स्थिति को ऊँचा उठाने में अहम भूमिका निभाती है। इसके अतिरिक्त यह उन्हें प्रदूषण व रोगों के प्रभाव से भी बचाती है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2.0
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के शुरुआती सफलता को देखते हुए सरकार ने इस योजना को और विस्तार देते हुए ‘पीएम उज्ज्वला योजना 2.0’ का शुभारंभ किया है। इसे अगस्त 2021 में लॉन्च किया गया जिसका उद्देश्य 2026 तक कवर न हुए गरीब परिवारों को एलपीजी गैस कनेक्शन उपलब्ध कराना है। उज्ज्वला 2.0 के अंतर्गत 1 करोड़ अतिरिक्त लाभार्थियों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन देने का लक्ष्य है।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना 2.0 के लिए पात्रता मानदंड
- महिला आवेदक की आयु 18 वर्ष या अधिक होना आवश्यक
- घर में पहले से किसी भी कंपनी/एजेंसी का LPG कनेक्शन न हो
- आवेदक गरीब/कमजोर वर्ग से संबंधित हो जैसे अनुसूचित जाति/जनजाति, अंत्योदय अन्न योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना लाभार्थी, वनवासी, चाय बागान श्रमिक, सुदूर द्वीपीय क्षेत्रों के निवासी वगैरह
आवश्यक दस्तावेज
- आवेदक का आधार कार्ड (पहचान प्रमाण)
- बैंक पासबुक/खाता संख्या
- राशन कार्ड/सरकारी गरीबी प्रमाण पत्र
- आयु व निवास का प्रमाण पत्र
- एक पासपोर्ट साइज़ फोटो
पीएम उज्ज्वला योजना के तहत आवेदन कैसे करें?
- पहले https://pmuy.gov.in ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं।
- आधिकारिक वैबसाइट के होमपेज पर “apply for New Ujjwala 2.0 Connection” टैब पर क्लिक करें।
- वहां दिए गए PMUY आवेदन पत्र को डाउनलोड करके उसमें अपनी सही जानकारी भरें।
- फॉर्म के साथ मांगे गए सभी आवश्यक दस्तावेजों की सेल्फ अटेस्टेड कॉपी संलग्न करें।
- पूरा भरा हुआ फॉर्म व दस्तावेज अपनी नजदीकी गैस एजेंसी पर जमा करें।
- वेरिफिकेशन व अनुमोदन के बाद आपको नि:शुल्क LPG कनेक्शन प्रदान किया जाएगा।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की उल्लेखनीय उपलब्धियाँ
- मार्च 2023 तक, इस योजना के तहत 9.6 करोड़ से अधिक मुफ्त LPG कनेक्शन वितरित किए जा चुके हैं।
- पिछले 7 वर्षों में देश की LPG कवरेज 62% से बढ़कर लगभग 100% हो गई है।
- ग्रामीण इलाकों में LPG उपभोक्ताओं की संख्या में 61% की वृद्धि दर्ज की गई है।
- 80% से अधिक उज्जवला लाभार्थी नियमित रूप से गैस रिफिल का लाभ उठा रहे हैं।
सारांश
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना गरीब परिवारों की महिलाओं को स्वच्छ ईंधन प्रदान कर उनका जीवन बेहतर बनाने की दिशा में एक अभूतपूर्व व क्रांतिकारी कदम है। यह उनके स्वास्थ्य में सुधार के साथ ही लैंगिक समानता व सशक्तीकरण को भी बढ़ावा देती है। एलपीजी की पहुंच बढ़ने से केवल महिलाओं को ही नहीं बल्कि पूरे समाज व देश को स्वच्छता, सुविधा व समृद्धि के लाभ मिल रहे हैं। ऐसी जन-कल्याणकारी योजनाओं व दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति से ही वंचितों का जीवन परिवर्तित किया जा सकता है और उनको विकास की मुख्य धारा से जोड़ा जा सकता है। प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना निश्चित रूप से इस दिशा में एक प्रशंसनीय पहल है।
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